राँची, झारखंड: राँची के प्रतिष्ठित बड़ा तालाब (Big Pond) का प्रदूषण एक गंभीर चिंता का विषय बन गया है। CSIR-CIMFR (वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद - केंद्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान संस्थान), बरवा रोड, धनबाद के पूर्व प्रधान वैज्ञानिक (पर्यावरण प्रबंधन समूह) डॉ. अंजनी कुमार ने तालाब की वर्तमान स्थिति पर प्रकाश डालते हुए इसे तत्काल निराकरण की आवश्यकता बताया है।
अप्रभावी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट
डॉ. कुमार ने सेवा सदन की ओर आ रहे सीवेज गंदे पानी और उसके बड़ा तालाब में मिलने पर चिंता जताई है। उनका कहना है कि प्लांट अपना मकसद पूरा करने में नाकाम हो रहा है और अपने उद्देश्य को पूरा नहीं कर पा रहा है। डॉ. कुमार ने M Bharat 24 News live को बताया कि दुख हो रहा है कि कुछ महीने पहले यह स्थिति रांची नगर निगम के एडिशनल कंट्रोलर संजय कुमार और रांची नगर निगम के कंट्रोलर गौरव के ध्यान में लाई गई थी, लेकिन उनकी रिपोर्ट को कचरे के ढेर में डाल दिया गया, सिर्फ़ इस नरम आश्वासन के साथ कि मीटिंग तय होने पर उनसे संपर्क किया जाएगा।
> डॉ. अंजनी कुमार ने कहा, "बड़ा तालाब पूर्ण रूप से शैवाल से भरा हुआ है। जब तक सीवेज के प्रदूषित जल का निराकरण नहीं हो जाता, शैवाल का निराकरण असम्भव है।"सबसे चौंकाने वाला प्रेक्षण यह है कि कथित तौर पर प्रदूषित जल सीवेज "STP प्लांट के नीचे ही बिना किसी परिष्करण के" तालाब में मिल रहा है। यह सीधे तौर पर प्लांट की कार्यक्षमता और उद्देश्य पर प्रश्नचिह्न लगाता है, जिसके कारण इसे एक "सफेद हाथी" (महँगा लेकिन अनुपयोगी) बताया गया है।
शैवाल की मोटी परत और प्रदूषण
* शैवाल का प्रकोप: डॉ. कुमार के अनुसार, बड़ा तालाब पूरी तरह से शैवाल (Algae) से भरा हुआ है, जो जल की गुणवत्ता के गंभीर रूप से बिगड़ने का संकेत है। यह अत्यधिक वृद्धि अनुपचारित सीवेज से आने वाले पोषक तत्वों (फॉस्फेट और नाइट्रेट्स) की उच्च सांद्रता के कारण हो रही है।
* प्रदूषण का मूल कारण: उन्होंने स्पष्ट किया कि तालाब से शैवाल की समस्या तभी दूर हो सकती है, जब सीवेज के प्रदूषित जल का पूर्ण और प्रभावी रूप से उपचार किया जाए।
प्रयोगशाला में सार्थक प्रयास
डॉ. अंजनी कुमार ने शैवाल से भरे बड़ा तालाब और प्रदूषित सीवेज जल के नमूने एकत्र किए हैं। उन्होंने बताया कि "प्रयोगशाला में बड़ा तालाब के प्रदूषित जल के प्रदूषण को कम करने का एक सार्थक प्रयास" किया जा रहा है। यह प्रयास यह जानने के लिए महत्वपूर्ण है कि किस तकनीक से तालाब के जल को सबसे प्रभावी ढंग से शुद्ध किया जा सकता है।
प्रशासन को इस STP प्लांट की कार्यप्रणाली की तत्काल जाँच करनी चाहिए और तालाब में बिना उपचारित सीवेज के प्रवाह को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए, ताकि राँची की इस महत्वपूर्ण जलराशि को बचाया जा सके।




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